List PM Kisan Fasal Bima 2024 : 34 हजार से अधिक किसानों को फसल नुकसान पर मिलेगा 22,500 रुपए प्रति हैक्टेयर का मुआवजा, इन 9 जिलों की आई लिस्ट.
List PM Kisan Fasal Bima 2024 : भारी बारिश से बर्बाद (Farmers) हुई फसल का सरकार दे रही मुआवजा, 22500 रुपये की राहत राशि का ऐलान, इन 9 जिलों की आई लिस्ट. आइए जानते हैं क्या है योजना और किसे मिलेगा लाभ. देश में असामान्य बारिश के कारण हर साल किसानों को अत्यधिक बारिश, जलभराव और बाढ़ जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इससे किसानों की फसलों को काफी नुकसान होता है.
34 हजार से अधिक किसानों को फसल नुकसान पर मिलेगा 22,500 रुपए प्रति हैक्टेयर का मुआवजा,
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इस नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार योजनाओं के जरिए किसानों को राहत पहुंचाती है. इस साल भी सितंबर महीने में हुई बारिश के कारण कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए और खेतों में जलभराव के कारण किसानों की फसलें खराब हो गईं. इन जिलों के किसानों को दिया गया मुआवजा मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मुआवजा 25 फीसदी से लेकर 100 फीसदी तक फसलों के नुकसान के लिए दिया गया है.
इन 9 जिलों की आई लिस्ट.(List of these 9 districts came.)
अंबाला जिले में करीब 12.81 करोड़ रुपये, फतेहाबाद में 18.65 करोड़ रुपये, कुरुक्षेत्र में 26.95 करोड़ रुपये, भिवानी में 23.60 लाख रुपये, चरखी दादरी में 5.57 करोड़ रुपये, फरीदाबाद में 1.35 करोड़ रुपये, हिसार में 15.43 लाख रुपये, झज्जर में 1.48 करोड़ रुपये, जींद में 9.89 लाख रुपये, कैथल में 7.99 करोड़ रुपये, करनाल में 3.09 करोड़ रुपये, महेंद्रगढ़ में 10.78 करोड़ रुपये, पलवल में 5.40 करोड़ रुपये, मेवात में 53 हजार रुपये, पंचकूला में 23.31 लाख रुपये, पानीपत में 19.88 लाख रुपये, रोहतक में 2.53 करोड़ रुपये, सिरसा में 3.20 करोड़ रुपये, सोनीपत में 5.15 करोड़ रुपये, यमुनानगर में 2.61 करोड़ रुपये तथा चरखी-दादरी में 1.40 करोड़ रुपये मुआवजा दिया गया। रेवाड़ी में 7 लाख रु. है।
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कृषि इनपुट योजना के तहत कितनी सब्सिडी दी जाएगी?(How much subsidy will be given under the Agriculture Input Scheme?)
बाढ़ के कारण किसानों की खरीफ फसलों को काफी नुकसान हुआ है, इसमें असिंचित, सिंचित और बारहमासी फसलें शामिल हैं। इसे देखते हुए सरकार किसानों को अलग-अलग तरह की फसलों के इस नुकसान के लिए अलग-अलग सब्सिडी देगी। जो इस प्रकार है:-
वर्षा पर निर्भर यानी असिंचित फसल क्षेत्र के लिए किसानों को 8,500 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से सब्सिडी दी जाएगी।
सिंचित क्षेत्र के लिए किसानों को 17,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से सब्सिडी दी जाएगी।
बारहमासी/बारहमासी फसलों के लिए किसानों को 22,500 रुपये प्रति हेक्टेयर की सब्सिडी दी जाएगी।
22500 रुपए की राहत राशि का ऐलान(Relief amount of Rs 22500 announced)
कुछ किसान सिंचित फसलें उगाते हैं, कुछ गैर-संचित फसलें उगाते हैं, जबकि कुछ किसान बागवानी भी करते हैं, जो अल्पकालीन और दीर्घकालीन फल आदि की खेती करते हैं, जिसमें जिन किसानों ने गैर-संचित फसलें उगाई हैं और बारिश के कारण उन्हें 33% से अधिक नुकसान हुआ है, उन्हें अधिकतम ₹11000 प्रति हेक्टेयर दिए जाएंगे।
वहीं, सिंचित फसलें उगाने वाले किसानों को ₹22000 प्रति हेक्टेयर दिए जाएंगे। इसके अलावा बागवानी में भी दो तरह के किसानों को बांटा गया है। जिसमें अधिकतम दो हेक्टेयर तक लाभ दिया जाएगा और प्रति हेक्टेयर ₹22000 की राशि दी जाएगी।
फसल नुकसान का मुआवजा(Compensation for crop loss)
इस साल देश में मानसून सीजन के दौरान कई राज्यों में अत्यधिक बारिश और जलभराव के कारण किसानों की फसलें खराब हो गईं। इन राज्यों में हरियाणा भी शामिल है। जुलाई माह में भारी बारिश के कारण हरियाणा राज्य के कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गए थे, जिसके कारण यहां रहने वाले लोगों की संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा था। लोगों को हुए इस नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने मुआवजा राशि जारी की है।
फसल बिमा आवेदन कैसे करे ?(How to apply for crop insurance)
कृषि इनपुट सब्सिडी योजना के तहत आवेदन करते समय किसानों को कुछ बातों का ध्यान रखना होगा, ये बातें इस प्रकार हैं-
यदि किसान स्वरोजगार करने वाला व्यक्ति है तो उसे जमीन के दस्तावेज के लिए (वर्ष 2023-24 का एल.पी.सी./जमीन रसीद) संलग्न करना होगा।
वास्तविक काश्तकार +स्वयं भू-धारक होने की स्थिति में जमीन के दस्तावेज के साथ स्वघोषणा पत्र संलग्न करना आवश्यक है।
कृषि विभाग बिहार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसान का बैंक खाता आधार से जुड़ा होना आवश्यक है।
योजना के तहत मिलने वाले अनुदान या मुआवजे की राशि किसान के आधार से जुड़े बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।