PMFBY देश के इन राज्यों में 1 रुपये में मिलेगा पीएम फसल बीमा योजना का लाभ, 29 फरवरी तक आवेदन शुरू.

PMFBY : देश के इन राज्यों में 1 रुपये में मिलेगा पीएम फसल बीमा योजना का लाभ, 29 फरवरी तक आवेदन शुरू.

PMFBY : एलआईसी के अनुसार उसने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कुल 311 करोड़ रुपए के क्लमों का समाधान किया है। इधर सरकार की ओर से बुधवार को समीक्षा बैठक के बाद जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि बीमा प्रोवाइडर किसानों को 229 करोड़ रुपए के अतिरिक्त दावे मूल्य की प्रतिपूर्ति करेगा। इसमें यह भी कहा गया है कि बाड़मेर क्षेत्र के पात्र किसानों को 540 करोड़ रुपए की राशि से शीघ्र ही उनके क्लमों का भुगतान किया जाएगा।

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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ अब राज्य सरकारें भी बड़े कदम उठा रही हैं। ओडिशा और महाराष्ट्र की राज्य सरकारें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को सिर्फ 1 रुपये में उपलब्ध करा रही हैं। यह देश के किसानों के लिए एक बहुत अच्छी खबर हो सकती है। अब सिर्फ एक रुपये में उनकी फसलों की सुरक्षा होगी.

फसल बीमा योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

  • किसान के जमीन के दस्तावेज.
  • किसान का पहचान प्रमाण पत्र (आधार कार्ड, राशन कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड)।
  • किसान का पता प्रमाण (वोटर कार्ड)
  • बैंक खाते की जानकारी जैसे – बैंक का नाम, शाखा, खाता संख्या।
  • वह तिथि जिस दिन किसान ने फसल बोना शुरू किया।
  • आवेदन फार्म।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसान कैसे कर सकते है क्लेम

पीएम फसल बीमा योजना (प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना) के तहत किसान प्राकृतिक आपदा के कारण अपनी फसलों को हुए नुकसान का दावा कर सकते हैं। इसके लिए किसानों को 72 घंटे यानी तीन दिन के अंदर फसल नुकसान की जानकारी बीमा कंपनी या कृषि विभाग के अधिकारियों को देनी होगी. इसके बाद किसान को इसके लिए आवेदन करना होगा. आवेदन पत्र में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी भरनी होगी, जिसमें कौन सी फसल बोई गई थी, कितने क्षेत्र में फसल खराब हुई है, फसल खराब होने का कारण क्या है और भूमि से संबंधित जानकारी भी देनी होगी। इसके साथ ही बीमा पॉलिसी की फोटोकॉपी भी देनी होगी. इस प्रकार आप इस योजना में दावे या मुआवजे के लिए आवेदन कर सकते हैं। आपके आवेदन करने के बाद बीमा कंपनी के नियुक्त अधिकारी और कृषि विभाग के अधिकारी आपके खेत पर आएंगे और नुकसान का आकलन करेंगे। अगर सब कुछ सही पाया जाता है तो बीमा क्लेम की रकम किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है.