Monsoon Update 2024 अगले 24 घंटों में इन राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना, मानसून पर IMD का नया अपडेट.

Monsoon Update 2024 : अगले 24 घंटों में इन राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना, मानसून पर IMD का नया अपडेट.

Monsoon Update 2024 : भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देश में मानसून को लेकर नया अपडेट जारी किया है। मौसम विभाग ने बताया कि देश के अधिकांश वर्षा आधारित कृषि क्षेत्रों में इस साल सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। राज्य में दो-तीन दिनों से मानसून अच्छी स्थिति में है, कुछ हिस्सों में अभी भी बारिश हो रही है, कुछ हिस्सों में भारी से मध्यम बारिश हो रही है, कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई है, कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने इलाके में भारी बारिश की संभावना जताई है, मौसम विभाग ने कुछ इलाकों में अलर्ट जारी किया है

इन राज्यों में अगले 24 घंटों में भारी से बारिश की संभावना

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अभी और सताएगी गर्मी

मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 28 मई तक भीषण गर्मी की स्थिति बनी रहने की संभावना है। आईएमडी ने जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी की स्थिति के लिए ‘येलो’ अलर्ट भी जारी किया है।

जून में गर्मी और परेशान कर सकती है

आईएमडी ने साफ कर दिया है कि जून में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। आईएमडी ने उत्तर-पश्चिम भारत और मध्य क्षेत्र के आसपास के इलाकों में जून में हीटवेव वाले दिनों की संख्या में वृद्धि की भविष्यवाणी की है। आईएमडी ने कहा है, “जून 2023 के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश इलाकों और उत्तर मध्य भारत के पड़ोसी इलाकों में सामान्य से अधिक हीटवेव वाले दिन रहने की संभावना है।”

106% एलपीए की संभावना

भारत मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि 2024 के दक्षिण-पश्चिम मानसून के तहत पूरे देश में 1 जून से 30 सितंबर के बीच मानसून मौसमी वर्षा दीर्घ अवधि औसत (एलपीए) की 106% होने की संभावना है।

उन्होंने कहा कि अगर मौसमी वर्षा के दीर्घ अवधि औसत के 96% से 104% के बीच बारिश होती है, तो यह सामान्य है। आईएमडी प्रमुख ने कहा कि 106 प्रतिशत वर्षा सामान्य से अधिक की श्रेणी में आती है और अगर वर्षा दीर्घ अवधि औसत के 105 प्रतिशत से 110 प्रतिशत के बीच होती है, तो इसे सामान्य से अधिक माना जाता है।