Land Transfer : अब सिर्फ 100 रुपए में करा सकते हैं जमीन की रजिस्ट्री, जानिए पुरी प्रक्रिया.
Land Transfer : अगर आप अपनी प्रॉपर्टी को ट्रांसफर करने के तरीके खोज रहे हैं, तो इसे कानूनी तौर पर ट्रांसफर करने के तीन विकल्प हैं। सेल डीड, गिफ्ट डीड और क्विटमेंट डीड। हालांकि, आप इन तीनों में से किसी भी विकल्प को ऐसे ही नहीं चुन सकते, क्योंकि इनमें से हर एक की अपनी अलग भूमिका होती है। भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए जरूरी है कि आप इनमें से किसी एक को चुनें।
सिर्फ 100 रुपए में आपके नाम होगी वडिलोपार्जित जमीन
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इन सभी परेशानियों से बचने और ऐसी घटनाओं को होने से रोकने के लिए सरकार ने एक नया सरकारी फैसला (जीआर) जारी किया है। तो आखिर यह सरकारी फैसला क्या है? और जमीन को नाम करवाने में कितना खर्च आएगा? इन सब के बारे में यह जानकारी देखें। इसलिए यह लेख आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
Land Transfer
पुरानी व्यवस्था या पुराने सरकारी कानून के मुताबिक, पैतृक जमीन को बेटी या बेटे के नाम पर ट्रांसफर करने के लिए हमें जमीन या प्रॉपर्टी के बाजार मूल्य पर सरकार को स्टांप ड्यूटी देनी पड़ती थी।
लेकिन सरकार के नए फैसले (जीआर) के मुताबिक हमें सिर्फ 100 रुपये ही चार्ज करने होंगे।
हम सौ रुपये के स्टांप पर तहसीलदार के पास आवेदन कर सकते हैं।
पिता की मृत्यु के पश्चात पैतृक भूमि अर्थात पिता या परिवार के किसी सदस्य की भूमि को नये उत्तराधिकारी के नाम पर हस्तान्तरित करना अब नई प्रक्रिया के अन्तर्गत बहुत आसान हो गया है। भूमि हस्तान्तरण आवेदन के साथ क्या-क्या होना चाहिए? कृषि भूमि के विभाजन के लिए आवेदक को अपना नाम, सह-हिस्सेदारों का नाम व पता, आवेदक के साथ सम्बन्ध, कृषि भूमि की श्रेणी, कृषि योग्य/सिंचित भूमि का विवरण, समूह का कुल क्षेत्रफल, आवेदक के क्षेत्रफल का विवरण, 100 रूपये के स्टाम्प पेपर पर आवेदक व साझेदारों के हस्ताक्षर व सहमति, आपस में साझा क्षेत्रफल, उसका चतुर्भुज व अन्य आवश्यक विवरण, सह-हिस्सेदारों के हस्ताक्षर व सहमति लेने के पश्चात ही विभाजन कार्य प्रारम्भ किया जायेगा।