Krishi Sakhis Yojana : कृषि सखी सालाना 60 हजार से 80 हजार तक कमा सकती हैं, पीएम मोदी 30 हजार कृषि सखियों को करेंगे सम्मानित.
Krishi Sakhis Yojana : कृषि सखी योजना महिला किसानों की खेती में भागीदारी बढ़ाने के लिए की जा रही है। ड्रोन दीदी योजना के साथ ही अब महिलाओं के लिए कृषि सखी योजना या कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके तहत महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। कृषि सखी कार्यक्रम के तहत कई महिलाएं प्रशिक्षण ले रही हैं और बेहतर आय प्राप्त कर रही हैं। देश की महिलाओं को कृषि क्षेत्र में प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा स्वयं सहायता समूहों की 30,000 कृषि सखियों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। पीएम मोदी कृषि सखियों को ये प्रमाण पत्र प्रदान करेंगे।
कृषि सखी के तहत सालाना 60 हजार से 80 हजार प्राप्त करने के लिए
कैसे काम करेंगी कृषि सखी
कृषि सखी कार्यक्रम के तहत अब तक 34,000 से अधिक कृषि सखियों को पैरा विस्तार कार्यकर्ता के रूप में प्रमाणित किया जा चुका है। कृषि सखियों का चयन कृषि पैरा-विस्तार कार्यकर्ता के रूप में इसलिए किया जाता है क्योंकि वे गांव से होती हैं और उन्हें खेती का ज्ञान भी होता है। कृषि सखियों को खेती के विभिन्न तरीकों के बारे में व्यापक प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि वे साथी किसानों की प्रभावी रूप से सहायता और मार्गदर्शन कर सकें। आपको बता दें कि एक साल पहले दीनदयाल अंत्योदय योजना- राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत कृषि सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। इस कार्यक्रम के तहत 70,000 कृषि सखियों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से 34,000 प्रशिक्षित कृषि सखियों को पीएम मोदी प्रमाण पत्र प्रदान करेंगे। इसके बाद ये कृषि सखियाँ अपने गाँव में काम करेंगी।
कृषि सखी प्रमाणन कार्यक्रम क्या है?
लखपति दीदी कार्यक्रम के तहत 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है, कृषि सखी उसी का एक आयाम है। कृषि सखी प्रमाणन कार्यक्रम का उद्देश्य कृषि सखियों को प्रशिक्षण और प्रमाण पत्र प्रदान करना है साथ ही “कृषि सखी” को “कृषि पैरा-विस्तार सहायक” बनाना है। कृषि सखी प्रमाणन कार्यक्रम “लखपति दीदी” कार्यक्रम के उद्देश्यों को भी पूरा करता है।
कृषि पैरा-विस्तार कार्यकर्ता प्रशिक्षण के लिए कृषि सखियों का चयन क्यों किया गया है?
कृषि सखियों को कृषि पैरा-विस्तार कार्यकर्ता प्रशिक्षण के लिए इसलिए चुना जाता है क्योंकि वे विश्वसनीय सामाजिक कार्यकर्ता और अनुभवी किसान हैं। समुदाय की उनकी गहरी समझ के कारण कृषक समुदाय में उनका स्वागत और सम्मान किया जाता है।