Is HMPV Dangerous क्या HMPV वायरस कोरोना से भी ज्यादा घातक है? 5 महत्वपूर्ण लक्षण पहचानें, किन लोगों को ज्यादा खतरा?

Is HMPV Dangerous : क्या HMPV वायरस कोरोना से भी ज्यादा घातक है? 5 महत्वपूर्ण लक्षण पहचानें, किन लोगों को ज्यादा खतरा?

Is HMPV Dangerous : स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) कोरोना वायरस जितना खतरनाक नहीं है। आपको साल 2020 तो याद ही होगा जब कोरोना वायरस ने अपनी दहशत फैलाई थी। साल 2025 की शुरुआत में एक नई स्वास्थ्य चुनौती सामने आई है। कोरोना की तरह दहशत फैलाने वाला HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस चीन के रास्ते भारत के बेंगलुरु तक पहुंच गया है। बेंगलुरु के बाद गुजरात के अहमदाबाद में भी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का मामला सामने आया है। लोगों को इससे डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन इससे बचने के लिए सावधानियां बरतनी चाहिए। इस वायरस का संक्रमण भी तेजी से फैल सकता है।

5 महत्वपूर्ण लक्षण पहचानें, किन लोगों को ज्यादा खतरा?

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एचएमपीवी क्या है?(What is HMPV?)

मानव मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन वायरस है, जो माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और COVID-19 वायरस परिवार से संबंधित है। एचएमपीवी मुख्य रूप से फ्लू जैसे लक्षण पैदा करता है, लेकिन इसके गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं। महाराष्ट्र में एचएमपीवी के मामले

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चीन से प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार, इस वायरस ने लाखों लोगों को प्रभावित किया है, जिससे वैश्विक स्वास्थ्य प्रणालियाँ पुनः सतर्क हो गयी हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह वायरस वृद्ध लोगों, छोटे बच्चों और ऐसे लोगों को प्रभावित करता है जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है या जो पहले से ही अन्य बीमारियों से ग्रस्त हैं।

एचएमपीवी के शुरुआती लक्षण क्या हैं?(What are the early symptoms of HMPV?)

इस वायरस को जल्दी पहचानने के लिए इसके शुरुआती लक्षणों को जानना महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों ने निम्नलिखित लक्षण बताये हैं:

खांसी: ऐसी खांसी जो साधारण खांसी की तरह महसूस होती है लेकिन लगातार बनी रहती है और परेशान करती है।
बुखार: बुखार धीरे-धीरे बढ़ता है और सामान्य दवाओं से कम नहीं होता।
नाक बंद होना: सांस लेने में कठिनाई या लगातार बंद नाक।
गले में खराश: गले में दर्द और लगातार पीड़ा का एहसास होना।
सांस लेने में कठिनाई: सांस तेज हो जाती है या सीने में जकड़न हो जाती है।
किन लोगों को अधिक खतरा है?
आम जनता भी इस वायरस से संक्रमित हो सकती है, लेकिन कुछ समूहों के लिए यह वायरस अधिक खतरनाक है। विशेषज्ञों के अनुसार, निम्नलिखित समूहों के व्यक्ति विशेष रूप से जोखिम में हैं:

कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोग: जिन लोगों की प्रतिरक्षा पहले से ही कम है, वे इस वायरस के प्रति अधिक संवेदनशील हैं।
छोटे बच्चे: 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों में इस वायरस का प्रसार अधिक पाया गया है।
बुजुर्ग लोग: जिनकी प्रतिरक्षा क्षमता उम्र के कारण पहले से ही कमजोर हो गई है, वे संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
दीर्घकालिक बीमारियों से ग्रस्त लोग: मधुमेह, उच्च रक्तचाप या हृदय रोग से ग्रस्त व्यक्तियों में इसका खतरा अधिक होता है।

चीन में वर्तमान स्थिति(Current situation in China)

चीन में स्थिति इस समय बहुत गंभीर लग रही है। दिसंबर 2024 में श्वसन संक्रमण की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। रिपोर्टों के अनुसार, 16 से 22 दिसंबर के बीच संक्रमण का विशेष रूप से बड़ा प्रकोप देखा गया, विशेषकर 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों में।

इस समय चीन के अस्पतालों और कब्रिस्तानों की भयावह तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आ रही हैं। अस्पतालों में भीड़भाड़ है और वायरस तेजी से फैल रहा है। यह सब वैश्विक स्तर पर एक नया स्वास्थ्य आपातकाल खतरा पैदा कर रहा है।

HMPV से सुरक्षित रहने के लिए आप क्या कर सकते हैं?(What can you do to stay safe from HMPV?)

यद्यपि यह वायरस चीन तक ही सीमित है, फिर भी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और अन्य देशों ने सतर्कता बरतने की चेतावनी दी है। अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए इन चरणों का पालन करें:

अपने हाथ साफ रखें: अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोएं या सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
चेहरे पर मास्क पहनें: भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से पहले चेहरे पर मास्क पहनें।
शारीरिक दूरी बनाए रखें: जितना संभव हो सके घर पर रहें और सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें।
निवारक उपाय: श्वसन स्वास्थ्य के लिए डॉक्टर से परामर्श लें और आवश्यक टीके लगवाएं।
लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें: यदि आप ऊपर सूचीबद्ध लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।

एचएमपीवी वायरस के बारे में चिंता क्यों बढ़ रही है?

एचएमपीवी वायरस की पहचान पहले ही की जा चुकी थी, लेकिन अब इसके मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कोरोना काल के अनुभव को देखते हुए सभी देश ऐसी महामारी को दोबारा होने से रोकने के लिए एहतियात बरत रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि एचएमपीवी का श्वसन तंत्र पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है और यदि लक्षण दिखने के बाद उपचार में देरी की जाए तो मृत्यु भी संभव है।

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